पत्रकार को किया गया गिरफ्तार, विधायक के खिलाफ उठायी थी आवाज़

लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया के संपादक विजय शुक्ला जी को भाजपा विधायक उमेश अग्रवाल के इशारों पर कल  उनके आश्रम स्थित आफिस से सुबह गिरफ्तार  किया , लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया पर पिछले कई दिनों से विधायक जी के खिलाफ उनके काले कारनामों को उजागर किया जा रहा था , तो भाजपा विधायक ने अपने ओहदे का प्रयोग करके कल जेल भेजवा दिया , जब विजय जी के परिजन उनसे बात करनी चाही तो विजय जी से न तो पुलिस स्टेशन में किसी को मिलने दिया जा रहा हैं और न ही उनसे जुड़ी कोई जानकारी दिया जा रहा हैं, कुछ सूत्रों से पता चला कि उनके खिलाफ एक झूठा केस बनाया गया हैं की उन्होंने खबर रोकने के लिए पैसों की मांग किया हैं, विधायक जी का थाने पर इतना कंट्रोल हैं कि कोई भी पुलिस वाला कोई जानकारी नही दे रहा हैं ।


क्या भाजपा सरकार सत्ता के नशे में इतना इतना चूर हो गयी कि वो किसी की भी आवाज दबा सकती हैं , एक ओर जहां गरीब जनता के लिए पुलिस लाखो चक्कर लगवाती हैं , वही विधायक जी के नाम पर पुलिस सोमवार रात में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार सुबह सुबह एक्शन में आ गयी और एक पत्रकार को उठा ले गयी ,


हम भाजपा ले नेताओं से पूछना चाहते हैं कि, क्या यह तानाशाही आपको या आपके नेताओं को शोभा देती हैं कि आप लोग किसी भी पत्रकार को अपने खिलाफ कुछ बोलने से रोक देते हैं।


 



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कोरोना: मुस्लिम धर्मगुरुओं की अपील, शब-ए-बारात पर कब्रिस्तान न जाएं
एम्स के ट्रामा सेंटर, झज्जर स्थित कैंसर अस्पताल, बर्न व प्लास्टिक ब्लॉक में कोरोना वायरस के लिए विशेष तौर पर इंतजाम किए जा चुके हैं। साथ ही एम्स ने 150 बिस्तरों को अलग से आरक्षित कर लिया है। एम्स प्रबंधन के अनुसार कोरोना वायरस से जुड़ी हर स्थिति से निपटने के लिए वे तैयार हैं।
कर्नाटक प्रदेश औकाफ बोर्ड ने निर्देश दिया है कि 9 अप्रैल को शब ए बरात के दौरान कोई भी मस्जिद में जाकर सामूहिक प्रार्थना न करे। साथ ही पूरे प्रदेश में लोगों के दरगाह या कब्रिस्तान जाने का कार्यक्रम भी रद्द रहेगा।
उन्होंने कहा कि हम सभी मुसलमानों से अपील करते हैं कि वो शब-ए-बारात पर घर पर ही रहकर इबादत करें। वो दुआ के लिए कब्रिस्तान नहीं जाएं और घर पर रहकर ही दुआ करें।
इस बार शब-ए-बारात 8-9 अप्रैल की रात है। इस्लामी कैलेंडर में इस रात को पवित्र माना जाता है और इस मौके पर लोग मस्जिदों में इबादत करते हैं और अपने दिवंगत परिजन और रिश्तेदारों के लिए दुआ मांगने कब्रिस्तान जाते हैं।