अखिल भारतीय किसान सभा ने विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर उतरा

मुक्त व्यापार समझौता लागू का विरोध करने तथा स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने समेत नौ सूत्रीय मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा ने सोमवार को सुभाष चौक से कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शन किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अपर उपजिलाधिकारी को सौंपा। प्रदर्शनकारी राज्य कौंसिल सदस्य आनंद प्रकाश चौरसिया, जिला यक्ष कमला यादव, जिला मंत्री सदानंद चौरसिया, जिला उपाध्यक्ष रामजी चौहान के नेतृत्व में सुभाष चौक से सिविल लाइन रोड पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कचहरी चौराहा पहुंचे। जहां प्रदर्शनकारी नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा है कि किसानों को खरीफ फसल का मुआवजा दिया जायप्रदर्शन करने वालों में रामबदन गोंड, अदालत हुसैन, महेंद्र राजभर, कमरुन निशा, सोनी आजाद, शमीम अख्तर, कमलेश चौरसिया, परमज्योति, काशीनाथ कुशवाहा, चक्रपाणि तिवारी, सुबाष गुप्ता, महेंद्र गोंड, रामखेदारू यादव, केश्वर निषाद, राजमंगल निषाद, रामाज्ञा शामिल रहे। आंदोलन के समर्थन में किसान खेत मजदूर संघ के राष्ट्रीय नेता शिवाजी राय भी मौजूद रहे


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कोरोना: मुस्लिम धर्मगुरुओं की अपील, शब-ए-बारात पर कब्रिस्तान न जाएं
एम्स के ट्रामा सेंटर, झज्जर स्थित कैंसर अस्पताल, बर्न व प्लास्टिक ब्लॉक में कोरोना वायरस के लिए विशेष तौर पर इंतजाम किए जा चुके हैं। साथ ही एम्स ने 150 बिस्तरों को अलग से आरक्षित कर लिया है। एम्स प्रबंधन के अनुसार कोरोना वायरस से जुड़ी हर स्थिति से निपटने के लिए वे तैयार हैं।
कर्नाटक प्रदेश औकाफ बोर्ड ने निर्देश दिया है कि 9 अप्रैल को शब ए बरात के दौरान कोई भी मस्जिद में जाकर सामूहिक प्रार्थना न करे। साथ ही पूरे प्रदेश में लोगों के दरगाह या कब्रिस्तान जाने का कार्यक्रम भी रद्द रहेगा।
उन्होंने कहा कि हम सभी मुसलमानों से अपील करते हैं कि वो शब-ए-बारात पर घर पर ही रहकर इबादत करें। वो दुआ के लिए कब्रिस्तान नहीं जाएं और घर पर रहकर ही दुआ करें।
इस बार शब-ए-बारात 8-9 अप्रैल की रात है। इस्लामी कैलेंडर में इस रात को पवित्र माना जाता है और इस मौके पर लोग मस्जिदों में इबादत करते हैं और अपने दिवंगत परिजन और रिश्तेदारों के लिए दुआ मांगने कब्रिस्तान जाते हैं।